पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुरुषों की भारतीय हॉकी टीम द्वारा 9 वर्षों के बाद एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए टीम को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समूचे देश के लिए ख़ास कर पंजाब के लिए ऐतिहासिक पल हैं क्योंकि कप्तान हरमनप्रीत सिंह समेत टीम में 10 खिलाड़ी पंजाब के हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के खिलाड़ियों ने हांगज़ू के एशियाई खेलों के अलग- अलग मुकाबलों में अब तक 7 स्वर्ण पदक जीते हैं और इस पदक के साथ राज्य के खिलाड़ियों ने साल 1951 में नयी दिल्ली और साल 1962 में जकार्ता के एशियाई खेलों में सात- सात स्वर्ण पदक जीतने की भारत की कारगुज़ारी की समानता कर ली है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह जीत देश के लिए गौरवमयी पल हैं क्योंकि पुरुषों की हॉकी टीम ने इतिहास सृजन कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एशियाई खेलों के 72 सालों के इतिहास में राज्य के खिलाड़ियों का सबसे शानदार खेल प्रदर्शन रहा है क्योंकि अब तक पंजाब के खिलाड़ियों ने अलग-अलग खेल मुकाबलों में स्वर्ण, चाँदी और कांस्य पदक मिला कर कुल 18 पदक जीते हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि हॉकी टीम की यह ऐतिहासिक जीत देश में राष्ट्रीय खेल की पुरातन शान बहाल करने के लिए रास्ता साफ करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि समूह देश निवासियों को जापान के खि़लाफ़ शानदार जीत हासिल करने पर भारतीय खिलाड़ियों पर गर्व है क्योंकि एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत कर भारतीय टीम ने 9 वर्षों के इंतजार को मिटा दिया है।
मुख्यमंत्री ने इस शानदार जीत को खेल इतिहास के पन्नों पर सुनहरी अक्षरों में लिखा जायेगा। उन्होंने कहा कि इस जीत ने साबित कर दिया है कि देश में राष्ट्रीय खेल ने अपनी पुरातन शान की तरफ कदम बढ़ाने शुरू कर दिये हैं। भारतीय टीम के प्रदर्शन से अति प्रसन्न भगवंत सिंह मान ने कहा कि टीम ने भारतीय हॉकी खेल के इतिहास की शानदार विरासत को कायम रखा। उन्होंने कहा कि राज्य के खिलाड़ियों को सरकार की नीति के मुताबिक नकद इनाम दिए जाएंगे।