शंभू व खनौरी बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के चलते गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर दिए गए अल्टीमेटम के बाद हजारों किसानों ने शंभू रेलवे स्टेशन में ट्रैक पर धरना देते हुए पंजाब से हरियाणा जाने वाली रेलवे आवाजाही को अनिशिचितकालीन के लिए ठप्प कर दिया। इस कारण कई ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने किसानों को रेलवे ट्रैक पर जाने से रोकने की कोशिश की थी पर हल्की धक्कामुक्की के बीच किसानों ने रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर धरना दे दिया और वहां पक्के धरने की तैयारियां शुरू कर दी।
इस मौके पर डीआईजी पटियाला रेंज हरचरन सिंह भुल्लर, एसएसपी पटियाला वरुण शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, मनजीत सिंह सहित अन्य ने बताया कि 13 फरवरी से शंभू व खनौरी बार्डर पर चल रहे आंदोलन के समय से हरियाणा व अन्य प्रदेशों में गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं को जल्द रिहा करने की मांग को लेकर किसानों की ओर से 9 अप्रैल को दोपहर 12 बजे से शंभू रेलवे स्टेशन पर अनिशिचतकालीन समय के लिए रेलवे ट्रैक जाम करने का 8 अप्रैल को ऐलान किया गया था, जिसके बाद प्रशासन ने हम से बात कर 16 अप्रैल तक हिरासत में लिए गए किसान नेताओं को छोड़ दिए जाने का भरोसा दिया था, पर उसके बाद भी उन्होंने किसानों को नहीं छोड़ा।
इस कारण किसानों ने रेलवे ट्रैक पर अनिशिचतकालीन समय तक के लिए धरना दे दिया है। उसके बाद भी सरकार नहीं जागी और किसानों को नहीं छोड़ा तो अन्य जगह भी रेलवे ट्रैक जाम किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिस तरह से आज पंजाब पुलिस का तरीका देखने को मिला उससे लगता है कि राज्य व केंद्र सरकार आपस में मिली हुई हैं। पत्रकारों की ओर से पूछे सवाल पर, ‘रेलवे ट्रैक बंद होने से आम लोगों को परेशानी होगी’ के उत्तर में उन्होंने कहा कि हमने तो सरकार को पहले भी समय दिया था कि हमारे नेताओं को छोड़ दो पर वादा करने के बाद भी उन्होने किसानों को नहीं छोड़ा, इसके लिए हम नहीं यह केंद्र व हरियाणा सरकार जिम्मेदार है।