चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने एक वर्ष पहले शपथ लेते समय यह प्रण किया था कि राज्य के हरेक वर्ग की भलाई के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा। इसी कड़ी के अंतर्गत ख़ाद्य, सिवल सप्लाई और उपभोक्ता मामले के विभाग को यह यकीनी बनाना चाहिए कि विभाग के किसी भी कर्मचारी की मौत होने की सूरत में उसके वारिसों को नौकरी देने की प्रक्रिया में देरी न हो।
यह विचार राज्य के ख़ाद्य, सिवल सप्लाई और उपभोक्ता मामले के मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने आज अनाज भवन, सैक्टर 39 में विभाग के कामकाज की समीक्षा करते हुए प्रकट किये। इस मौके पर विभागीय अधिकारियों को हिदायत करते हुए कटारूचक्क ने कहा कि अदालतों में पैंडिंग मामलों की संख्या घटाने के लिए ठोस प्रयास किये जाएँ और यदि हो सके तो यह संख्या शून्य तक लायी जाये और हरेक मामले का गहनता से अध्ययन किया जाये।
उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग की बेहतरी के लिए की जाने वाली मीटिंगों में किये गए नीतिगत फ़ैसलों को लागू करने के लिए तेज़ी से कदम उठाए जाएँ और समूचे कामकाज को पारदर्शी ढंग के साथ पूरा किया जाये। उन्होंने चेतावनी दी कि अनियमितताएं हरगिज़ बर्दाश्त नहीं होंगी।
आगामी गेहूँ के सीजन के मद्देनज़र मंत्री ने कहा कि मंडियों में फस्ट एड के उचित प्रबंध करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल किया जाये। इस मौके पर दूसरों के इलावा विभाग के डायरैक्टर घनश्याम थोरी, एएमडी पनग्रेन परमपाल कौर सिद्धू, ज्वाइंट डायरैक्टर डा. अंजुमन भास्कर और अजयवीर सिंह सराउ मौजूद थे।