निकटवर्ती गांव संघरेड़ी मोड़ पर गुज्जर समुदाय के दो व्यक्तियों द्वारा अपनी भैंसों को चराते समय एक खेत में पानी पीने से लगभग डेढ़ दर्जन भैंसों की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई तथा आधा दर्जन से अधिक की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए गुज्जर समुदाय से मूसा खान और गामा खान ने बताया कि वे हिमाचल प्रदेश के मूल निवासी हैं और पंजाब के संगरूर जिले के धूरी के पास धूरा गांव में अपने डेरे में करीब 25-30 साल से रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह पशुपालन करते हैं और दूध बेचकर अपना गुजारा करते हैं।
उन्होंने कहा कि वे अपने मवेशियों को चराने के लिए अलग-अलग गांवों में ले जाते हैं और खुले स्थानों पर अपने मवेशियों को चराते हैं। जिसके चलते आज भी वे अपनी 32 भैंसों को लेकर गांव संघरेड़ी से गांव कपियाल आने वाली सड़क पर चराने आए तो उन्होंने अपनी भैंसों को पानी पिलाया तो देखते ही देखते वे एक-एक करके गिरने लगीं जमीन और भैंसें मर गईं। उन्होंने बताया कि इस घटना में मूसा खान की 12 भैंसें और गामा खान की 6 भैंसें मर गईं और दोनों व्यक्तियों की 7 से अधिक भैंसों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। उन्होंने बताया कि एक भैंस की कीमत एक लाख रुपये से ज्यादा है।