चंडीगढ़: राज्य में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत, पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने बुधवार को मालेरकोटला के संदौद पुलिस स्टेशन में सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) हरजिंदर सिंह को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर एक और सफलता दर्ज की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त एएसआई हरजिंदर सिंह को मालेरकोटला के गांव झूनेर निवासी संदीप सिंह सोनू की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता ने उक्त पुलिसकर्मी के साथ हुए विवाद के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उक्त एएसआई ने नशीला पदार्थ रखने के संदेह में उसके घर की तलाशी ली थी।
हालांकि तलाशी के दौरान कोई भी नाजायज या ग़ैर-कानूनी पदार्थ बरामद नहीं हुआ परन्तु, इसके बावजूद एएसआई ने शिकायतकर्ता को एनडीपीएस कानून का केस दर्ज होने से बचने के लिए 7000 रुपए रिश्वत के तौर पर देने के लिए ज़ोर डाला। धमकियों से डरते और मसले को निपटाने के इरादे से शिकायतकर्ता झिझकते हुये मजबूरन 5000 रुपए रिश्वत देने के लिए राज़ी हो गया।
यह शिकायत मिलने पर विजिलेंस ब्यूरो रेंज लुधियाना की आर्थिक अपराध शाखा (ई. ओ. डब्ल्यू.) ने प्राथमिक जांच की और उक्त एएसआई हरजिन्दर सिंह को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में शिकायतकर्ता से 5000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया। इस सम्बन्धी विजिलेंस ब्यूरो के थाना लुधियाना रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 के अंतर्गत एफआईआर नंबर 14 तारीख़ 4 अक्तूबर 2023 के अधीन मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त पुलिस मुलजिम को कल समर्थ अदालत में पेश किया जायेगा और इस मामले की आगे जांच जारी है।