संयुक्त किसान मोर्चा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का हिस्सा नहीं है लेकिन वह इसका समर्थन कर रहा है। उसने केंद्र के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ 2020-21 में किसान आंदोलन की अगुवाई थी। यहां एक बैठक के बाद एसकेएम ने कहा कि किसान 26 फरवरी को राजमार्गो पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘अखिल भारतीय किसान मजदूर महापंचायत’ करेंगे। इसने कहा कि किसान पुलिस कार्रवाई की भर्त्सना करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के पुतले फूंकेंगे।
एसकेएम नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने पत्रकारों से कहा कि खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत के सिलसिले में हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए तथा उसके परिवार को एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि दी जानी चाहिए। बठिंडा जिले के शुभकरण सिंह को संगरूर-जींद सीमा पर खनौरी से एक अस्पताल में मृत अवस्था में ले जाया गया था। खनौरी बॉर्डर पर पुलिस के साथ कथित झड़प में उसकी मौत हो गई थी। इस झड़प में 12 पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे। ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत को लेकर वीरवार को एफआईआर दर्ज करने की मांग की और कहा कि इस घटना के विरोध में शुक्रवार को काला दिवस मनाने के साथ ही ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। हरियाणा पुलिस और पंजाब के किसानों के बीच बुधवार को हुई झड़प में किसान शुभकरण सिंह (21) की मौत हो गई थी। हरियाणा पुलिस ने दिल्ली कूच की कोशिश कर रहे किसानों को पंजाब के संगरूर जिले में खनौरी बॉर्डर पर रोक रखा है। पंजाब के किसान अपनी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए केंद्र से कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं।