चंडीगढ़ संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव 1 जून को होना तय है। चुनाव से 48 घंटे पूर्व सभी सभाओं, रैलियों या नुक्कड़ सभाओं पर रोक लगा दी गई है। केवल प्रत्याशी घर घर जाकर प्रचार कर सकते हैं। वीरवार को प्रचार बंद होने की सीमा से पहले भाजपा के प्रत्याशी संजय टंडन और उनके कार्यकर्ताओं और दूसरी तरफ कांग्रेस-आप के प्रत्याशी मनीष तिवारी ने आखिरी समय में प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। दोनों प्रत्याशियों ने अंतिम दिन पत्रकार वार्ता कर अपनी अपनी उपलब्धियां बताई और एक दूसरे के दावों की काट की। दोनों प्रत्याशियों को कई प्रत्याशियों व सभाओं ने समर्थन भी दिया।
गैरकानूनी सभाओं और सार्वजनिक बैठकों पर लगाई रोक:-
लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 के तहत किए गए प्रावधान के अनुसार मतदान से 48 घंटे पहले की अवधि में अभियान समाप्त हो गया। चुनाव आयोग के निर्देशों अनुसार 48 घंटों के दौरान गैरकानूनी सभाओं और सार्वजनिक बैठकों के आयोजन पर प्रतिबंध है लेकिन घर घर जाकर प्रत्याशी प्रचार कर सकते हैं। जिला मजिस्ट्रेट, यू.टी, चंडीगढ़ विनय प्रताप सिंह ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निहित शक्ति का प्रयोग करते हुए गैरकानूनी सभाओं और सार्वजनिक बैठकों पर रोक लगाई है। चंडीगढ़ में चुनाव प्रचार के संबंध में प्रतिबंध है। किसी क्षेत्र में 5 से अधिक व्यक्ति इकट्ठा नहीं हो सकते हैं या एक साथ घूम नहीं सकते हैं। यह आदेश 30 मई को शाम 6 बजे से लागू होगा और 2 जून को शाम 6 बजे तक प्रभावी रहेगा। वहीं शहर में अपनी अपनी पार्टियों के प्रचार के लिए दूसरे राज्यों से आए लोगों को अपने राज्यों को लौटने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। अगर शहर में कोई बाहर व्यक्ति किसी पार्टी के साथ काम करता पकड़ा गया तो कड़ा एक्शन लिया जाएगा।