पंजाब के बिजली एवं लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ने मोगा में विकास कार्यों एवं कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए वरिष्ठ जिला अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने पीएसपीसीएल (सब डिवीजन बिलासपुर) के एक जूनियर इंजीनियर (जेई) को काम के लिए पैसे मांगने के आरोप में मौके पर ही निलंबित कर दिया। भ्रष्टाचार के आरोप में एक निजी कंपनी के कर्मचारी को भी मौके पर ही नौकरी से निकाल दिया गया। कुछ अधिकारियों को खराब प्रदर्शन और बैठक में शामिल न होने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
मंत्री ने अधिकारियों को स्वीकृत परियोजनाओं को यथाशीघ्र शुरू करने, अधिक से अधिक श्रमिक कार्ड बनाने, पटवारियों को युक्तिसंगत बनाने तथा शिलान्यास, उद्घाटन और जन कल्याण कार्यों में निर्वाचित प्रतिनिधियों को शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। राज्य के समग्र विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विकास कार्यों का समय पर पूरा होना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को स्कूलों, अस्पतालों और आयुष अस्पतालों को सौर ऊर्जा से जोड़ने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ‘आप दी सरकार-आप दे दुआर’ अभियान से लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिलना चाहिए।
बैठक में मोगा की विधायक डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा, निहाल सिंह वाला के विधायक मनजीत सिंह बिलासपुर, बाघापुराना के विधायक अमृतपाल सिंह सुखानंद, धर्मकोट के विधायक दविंदरजीत सिंह लाडी धौंस, डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल, एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। .