अमृतसर: डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने जिले में किसानों द्वारा धान की पराली को आग लगाने की घटनाओं पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए पर्यावरण और मिट्टी संरक्षण के लिए इस अप्राकृतिक घटना पर सख्ती से अंकुश लगाने के निर्देश जारी किए हैं। जिले के एसडीएम और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि प्रत्येक एसडीएम को अपने क्षेत्न में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अपनी टीम के लीडर के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं तथा सेटेलाइट से भी आग लगने की सूचना प्राप्त हो रही है। अत: जिस भी क्षेत्न में पराली जलाने की सूचना मिले, सम्बन्धित नोडल अधिकारी मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास करें तथा सम्बन्धित किसानों के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
इसके अलावा तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व विभाग, कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों को भी इस कार्य के लिए दिन-रात सक्रिय रहने को कहा गया है। डीसी ने जिला राजस्व अधिकारी नवकीरत सिंह से कहा कि जिन स्थानों पर किसानों द्वारा आग लगाई जाती है, उन्हें लाल सूची में दर्ज किया जाए और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाए और जुर्माना भी लगाया जाए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अपने नियंत्नण वाले उत्पादक क्षेत्नों में लगातार गश्त करने और जिन गांवों में पराली में आग लगने की घटनाएं हुई हैं, वहां के नंबरदारों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस बैठक में एडीसी ज्योति बाला, एसडीएम अमृतसर-1 मनकंवल सिंह चहल, एसडीएम अमृतसर-2 लाल विश्वास, एसडीएम लोपोके अमनदीप कौर, जिला मंडी अधिकारी अमनदीप सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।