– दांतों में सड़न, बदबू, दर्द, मुंह में छाले जैसी समस्या से कभी न कभी हर कोई पीड़ित रहा है। आयुर्वेद में इससे मुक्ति के काफी आसान उपाय हैं। जिन्हें अपनाकर आप काफी हद तक अपने ओरल हेल्थ का पूरा ध्यान रख सकते हैं।
– एक कप पानी में आधा चम्मच सेंधा नमक मिलाकर रोज सोने से पहले कुल्ला करने पर दांतों को हर समस्या से बचा जा सकता है। हर सुबह नीम से दातुन करने से दांतों की तकलीफों से दूर रहा जा सकता है।
– सरसों के तेल में बारीक हल्दी का पाउडर मिलाकर रात को सोने से पहले मलने पर पायरिया, दांतों में दर्द, मसूड में की सूजन, ठंडा– गर्म लगना, खून आने जैसी दांतों की समस्याओं में कुछ ही हμतों में सुधार दिखने लगता है।
– बबूल की छाल को पानी में उबाल कर इससे कुल्ला व गरारे करने से होंठ, मुंह की जलन और गले की सूजन में लाभ होता है। बबूल की छाल चबाने से दांतों का हिलना व मसूड़ों में से खून बहना बंद हो जाता है।
– मकोय का काढम बना कर कुल्ला करने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है।
– अखरोट का पाउडर दांत और त्वचा दोनों के लिए लाभकारी है। यदि मसूडों से खून बह रहा हो तो इसके पाउडर की मालिश से आपको तुरंत आराम मिलेगा।
4खूनी बवासीर में नींबू बीच में से काटकर उसमें लगभग 4-5 ग्राम कत्था पीसकर डाल दें। इन दोनों टुकड़ों को रात में छत पर खुला रख दें। सुबह उठकर दोनों टुकड़ों को चूस लें। इस प्रयोग को पांच दिन करने से पाइल्स में फायदा होता है।
– नीम के छिलके सहित निंबौरी के पाऊडर को प्रतिदिन 10 ग्राम रोज सुबह रात में रखे पानी के साथ सेवन कीजिए, इससे फायदा होगा लेकिन यह ध्यान रखिए इस नुस्खे को अपनाते वक्त आपके खाने में देसी घी होना चाहिए।
– जीरे को पीसकर मस्सों पर लगाने से फायदा मिलता है, इसके साथ ही जीरे को भूनकर मिश्री के साथ मिलाकर चूसने से फायदा मिलता है।
– आंवला पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बवासीर की समस्या होने पर आंवले के चूर्ण को सुबह–शाम शहद के साथ पीने से फायदा होता है।