पंजाब सरकार द्वारा नशे के पूर्ण उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे जोरदार अभियान के तहत माननीय पुलिस आयुक्त, जालंधर, कुलदीप सिंह चहल, आईपीएस, ने जालंधर कमिश्नरेट के सभी पुलिस अधिकारियों की एक बैठक बुलाई। जिसमें अंकुर गुप्ता आईपीएस, डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर, श्री जगमोहन सिंह डीसीपी सिटी, शि हरविंदर सिंह विरक डीसीपी इन्वेस्टिगेशन, एडीसीपी सहबान, एसीपी सहबान व सभी थानाध्यक्ष, चौकी प्रभारी मौजूद रहे।
माननीय पुलिस आयुक्त ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी कीमत पर मादक पदार्थ बेचने/बेचने या उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नशीली दवाओं की बिक्री में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नशे के खिलाफ विडी अभियान को लेकर अगर कोई भी पुलिस प्रमुख या कोई भी अधिकारी कोई चूक करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
माननीय आयुक्त साहब ने कहा कि प्रत्येक थानाध्यक्ष का यह दायित्व है कि बुरे आचरण वाले तथा अवैध गतिविधियों जैसे झपटमार, चोर, हिस्ट्रीशीटर, अवैध लॉटरी, सट्टा एवं अन्य अवैध गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों की सूची तत्काल तैयार करें। गतिविधियाँ। कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल व्यक्तियों के साथ कोई नरमी का समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
माननीय कमिश्नर साहब ने कहा कि थाना स्तर पर आने वाली आम जनता को प्राथमिकता के आधार पर न्याय दिलाया जाए। माननीय डीजीपी साहब के निर्देशानुसार पूरे पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और नशे को जड़ से खत्म करने के संकल्प को शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। 24 घंटे फील्ड में रहने वाली पीसीआर और जूलो टीमों से विशेष रूप से पूछा गया है कि क्या नशा उन्मूलन के लिए अच्छा काम करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को विशेष सम्मान दिया जाएगा।