07/27/2024 7:43 AM

भूटान में भारत के सहयोग से निर्मित आधुनिक अस्पताल का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भूटान के उनके समकक्ष शेरिंग टोबगे ने यहां भारत के सहयोग से निर्मित एक आधुनिक अस्पताल का उद्घाटन किया, जो महिलाओं और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराएगा। ‘ज्ञल्त्सुएन जेत्सुन पेमा वांगचुक मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल’ 150 बिस्तर वाला आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल है जिसे थिम्पू में भारत सरकार के सहयोग से बनाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ज्ञल्त्सुएन जेत्सुन पेमा वांगचुक मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का उद्घाटन किया जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल देते हुए कई परिवारों के लिए उम्मीद की किरण है।’’ उन्होंने कहा कि यह नया अस्पताल स्वस्थ भावी पीढ़ी के पोषण की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल में साझेदारी को बढ़ावा मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे के साथ थिम्पू में ज्ञल्त्सुएन जेत्सुन पेमा मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। आधुनिक सुविधाओं से संपन्न यह अस्पताल भारत-भूटान विकास सहयोग का चमकता उदाहरण है।’’ विदेश मंत्रलाय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भारत ने दो चरणों में अस्पताल के विकास में सहयोग दिया है। पहले चरण में 22 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण हुआ। दूसरे चरण का निर्माण 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत 119 करोड़ रुपये की लागत से 2019 में शुरू किया गया तथा हाल में निर्माण कार्य पूरा हुआ।इसमें कहा गया है कि इस नवनिíमत अस्पताल से भूटान में माता व बाल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी। इस नए अस्पताल में बाल चिकित्सा, रोग और प्रसूति विज्ञान, एनेस्थिसियोलॉजी, ऑपरेशन थियेटर, नवजात गहन देखभाल और बाल चिकित्सा गहन देखभाल के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। भूटान के स्वास्थ्य मंत्री टांडिन वांगचुक ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘भूटान को भारत से काफी सहयोग मिल रहा है खासतौर से स्वास्थ्य क्षेत्र में, तीन रेफरल अस्पतालों से लेकर अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं तक सहयोग मिल रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यहां ज्ञल्त्सुएन जेत्सुन पेमा मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का उद्घाटन करना हमारे लिए सम्मान की बात है।’’ उन्होंने कहा कि यह अस्पताल पूरी तरह भूटान की माताओं और बच्चों को सर्मिपत है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक कैंसर अस्पताल का भी प्रस्ताव है जिसे इसी परिसर में ही बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी कैंसर मरीजों को भारत भेज रहे हैं। लिहाजा कैंसर अस्पताल का निर्माण पूरा होने के बाद, मुझे लगता है कि इससे भूटान की स्वास्थ्य सेवाओं की विशेष चिकित्सा देखभाल को भी बढ़ावा मिलेगा।’’ भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत करने के लिए दो दिवसीय राजकीय यात्र पर शुक्रवार को यहां पहुंचे मोदी ने भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की और प्रधानमंत्री टोबगे से बातचीत की। उन्होंने यह भी घोषणा की कि भारत अगले पांच साल में भूटान को 10,000 करोड़ का सहयोग उपलब्ध कराएगा।


भूटान नरेश ने शुक्रवार को यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया। यह सम्मान पाने वाले वह पहले विदेशी शासनाध्यक्ष हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार रात ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘मैं बड़ी विनम्रता के साथ ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ सम्मान स्वीकार करता हूं। मैं यह सम्मान देने के लिए महामहिम भूटान नरेश का आभार व्यक्त करता हूं।

मैं इस सम्मान को भारत के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करता हूं। मुझे विश्वास है कि भारत-भूटान के संबंध बढ़ते रहेंगे और हमारे नागरिकों को फायदा पहुंचाएंगे।’’ भारत और भूटान के बीच राजनयिक संबंध 1968 में स्थापित हुए थे। भारत-भूटान संबंधों की मूल रूपरेखा 1949 में दोनों देशों के बीच हुई मित्रता एवं सहयोग संधि रही है जिसमें फरवरी 2007 में संशोधन किया गया था।