जालंधर : आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सांसद सुशील रिंकू की सुरक्षा पंजाब सरकार ने कम कर दी है। रिंकू की सुरक्षा में 8 पुलिसकर्मी तैनात थे, जिनमें से 4 पुलिसकर्मियों को सरकार ने वापस बुला लिया है। रिंकू 27 मार्च को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और 28 तारीख को सुरक्षा कम कर दी गई।
बीजेपी में शामिल होने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं और 27 मार्च को उनके घर के पास विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। शुक्रवार को रोड शो के दौरान आप कार्यकर्ताओं ने सांसद रिंकू को घेरने की भी कोशिश की। जिला भाजपा ने 27 मार्च को चुनाव आयोग और पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर मांग की थी कि सुशील रिंकू और विधायक शीतल अंगुराल के घर पर सुरक्षा बढ़ाई जाए, क्योंकि उनके घरों को घेरने की साजिश हो रही है। इसके बावजूद राज्य सरकार ने रिंकू की सुरक्षा कम कर दी है।
रिंकू ने यह मामला गृह मंत्री अमित शाह के सामने उठाया है और उन्हें पत्र लिखकर जानकारी दी है। सांसद रिंकू ने कहा कि बीजेपी में शामिल होते ही पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा कम कर दी है और इससे उनकी सुरक्षा को खतरा बढ़ गया है। सांसद ने लिखा है कि वह जालंधर समेत पूरे पंजाब में ड्रग माफिया के खिलाफ लड़ रहे हैं और अपने सांसद कार्यकाल के दौरान कई बार इस मुद्दे को उठा चुके हैं।
इसके चलते वे कई आपराधिक तत्वों के निशाने पर हैं। उनकी सुरक्षा में कटौती से उनकी जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से अपील की है कि उन्हें केंद्र सरकार के अधीन सुरक्षा प्रदान की जाए ताकि वे पंजाब और देश के लोगों की सेवा कर सकें।