05/02/2024 6:52 PM

फूड साइंस की फील्ड में ऐसे बनाएं करियर

आजकल की बदलती जीवनशैली और खानपान के कारण बहुत सी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आम हो गई हैं। आजकल गलत खानपान के कारण मोटापा, बीपी और हार्ट संबंधी बीमारियां आम हो गई हैं। ऐसे में फूड प्रोडक्ट्स के एक्सपर्ट्स की मांग बढ़ रही है। धीरे-धीरे लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो रहे हैं और हैल्दी लाइफस्टाइल और खानपान को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है। आज के समय में फूड साइंस एंड टैक्नोलॉजी एक उभरता हुआ क्षेत्र है। बहुत से छात्र12वीं के बाद इस फील्ड में अपना करियर बना रहे हैं। फूड साइंस के फील्ड मे आगे बढ़ने के लिए फूड प्रोडक्ट्स की कैमिस्ट्री और बायो कैमिस्ट्री के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। इस फील्ड में फूड प्रोडक्ट्स की क्वालिटी के अलावा उनकी सुरक्षा और पोषक तत्वों के बारे में भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए।

योग्यता
अगर आपने फिजिक्स, कैमिस्ट्री, गणित, बायोलॉजी और होम साइंस से 12वीं पास की है तो आप फूड साइंस और टैक्नोलॉजी के ग्रेजुएशन या डिप्लोमा कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। बैचलर डिग्री करने के बाद आप फूड कैमिस्ट्री, मैन्युफैक्तिचरंग प्रोसेस और अन्य क्षेत्रों में एडवांस डिग्री भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप डायटेटिक्स एंड न्यूट्रिशन और फूड साइंस एंड पब्लिक हैल्थ न्यूट्रिशन में डिप्लोमा भी कर सकते हैं।

क्या पढ़ाई करनी होगी?
आप ऑल इंडिया जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम के जरिए फूड टैक्नोलॉजी और बायो कैमिकल साइंस में सरकारी कॉलेजों से बीटेक डिग्री कर सकते हैं। वहीं, जेईई मेन और जेईई एडवांस की परीक्षा पास करके आप आईआईटी से फूड टैक्नोलॉजी पढ़ाई कर सकते हैं। गेट फूड टैक्नोलॉजी एंट्रेंस एग्जाम के जरिए आप आईआईएससी बेंगलुरू में दाखिला ले सकते हैं। इसके अलावा आप किसी प्राइवेट इंस्टिट्यूट से भी फूड टैक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन कर सकते हैं।

फूड प्रोडक्शन मैनेजर
’फूड टैक्नोलॉजिस्ट
’क्वालिटी मैनेजर
’न्यूट्रीशनल एंड सप्लीमेंट थेरेपिस्ट
प्रोसेस डेवलपमेंट साइंटिस्ट
’प्रोडक्ट रिसर्चर
’फ़ूड परचेजिंग मैनेजर
’रैगुलेटरी अफेयर आॅफिसर
’लैबोरेटरी टैक्नीशियन
’फूड रिसर्चर साइंटिस्ट
’कितनी मिलेगी सैलरी?

आज फूड साइंस एक उभरता हुआ क्षेत्र है। फूड साइंस में डिग्री हासिल करने के बाद आपके लिए एफएमसीजी, फार्मा, एग्रो, डेयरी, बेकरी, फूड पैकेजिंग समेत कई क्षेत्रों में नौकरी के भरपूर मौके मौजूद हैं। इसमें आपको शुरु आत में 20 से 25 हजार रूपए प्रति माह तक सैलरी मिल सकती है। वहीं, पांच साल तक का एक्सपीरियंस हासिल करने के बाद आपकी सैलेरी 5 से 6।4 लाख रूपए सालाना हो सकती है। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है, सैलेरी भी 9 से 18 लाख रूपए तक सालाना हो सकती है।