शंभू बार्डर पर मोबाइल व नैट बंद होने का हल निकालते हुए किसानों ने एक खास पहल शुरू की है। दरअसल, किसान नेताओं को अपनी जत्थेबंदियों के लोगों से बात करने व उन्हें ढूंढने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, जिसके चलते सभी युवा जत्थेबंदियों के नेताओं को वॉकी-टॉकी से लैस किया गया है। यह वॉकी-टॉकी जत्थेबंदी नेताओं के अलावा वहां पर हर प्रकार की सेवा में लगे प्रबंधकों के पास भी उपलब्ध है। इससे वहां पर हर प्रकार की सहायता पहुंचाने के लिए शीघ्र निस्तारण को लेकर मदद पहुंच जाती है। वॉकी-टॉकी इस्तेमाल कर रहे जत्थेबंदी के किसान नेता ने बताया कि कुछ लोगों को जरूरी समस्याओं व मीटिंग आदि में इकठ्ठा होने के लिए वॉकी-टॉकी दिए गए हैं क्योंकि सरकार की तरफ से यहां मोबाइल व नैट की सेवाएं ठप्प कर रखी हैं, जिसके चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। वॉकी-टॉकी के जरिए सभी संस्थाओं के प्रबंधक आपस में जुड़े रहते हैं व जरूरी कार्यों में सहायता करने में भी आसानी होती है।