04/27/2024 1:11 AM

पंजाबः बाजार में आटा और मैदा समेत इनसे बने उत्पाद हुए महंगे

चंडीगढ़ः भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की ओर से करीब पांच माह से गेहूं के टेंडर जारी न होने से पंजाब की आटा मिलों में काम लगभग ठप हो गया है। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की ओर से ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) को रिवाइज नहीं किया गया है, जिसकी वजह से एफसीआई के ऑनलाइन टेंडर लटक गए हैं। इसके चलते बाजार में आटा और मैदा समेत इनसे बने उत्पाद महंगे हो गए हैं।

आटे के दाम बाजार में 3,400 से 3,700 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं। अगर यही हालात रहे तो बाजार में आटे की किल्लत हो सकती है, जिससे कालाबाजारी बढ़ने की आशंका है। हालांकि खाद्य आपूर्ति निगम का दावा है कि एफसीआई के पास गेहूं का पर्याप्त स्टॉक है। खुदरा बाजार में आटा और मैदा के दाम में 15 से 20 रुपये प्रति दस किलोग्राम तक बढ़ोतरी हो गई है, जबकि विभिन्न ब्रांड की ब्रेड भी पांच रुपये तक महंगी हो गई है।

दूसरे राज्यों से गेहूं की आवक के एक माह पहले ही पंजाब में गेहूं की किल्लत हो गई है। इससे आटे के दाम लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। गौर हो कि राज्यों को एफसीआई की ओर से गेहूं की आपूर्ति की जाती है, लेकिन इस बार टेंडर न लगने से इसमें देरी हो गई है। जानकारी के अनुसार दो दिन में आटे के भाव में 300 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। जहां एक सप्ताह पहले आटे की कीमत 3,400 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास चल रही थी, वहीं अब इसकी कीमत 3,700 से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज की गई है। पंजाब के आटा मिल संचालक सुनील कुमार, हरवीर सिंह और जसविंदर सिंह ने बताया कि करीब पांच माह से गेहूं का पर्याप्त स्टॉक न आने से मिल में काम लगभग ठप पड़ा है। इसका असर महंगाई पर पड़ने लगा है।