चंडीगढ़ : पंजाब में लोकसभा चुनाव से पहले श्री आनंदपुर साहिब में लोकसभा चुनाव की लड़ाई में नया मोड़ आ गया है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में खरड़ से टिकट न मिलने से नाराज पूर्व मंत्री जगमोहन सिंह कंग और उनके बेटे यादविंदर सिंह कंग आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए थे, लेकिन अब वे दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
वह दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इस मौके पर पार्टी के पंजाब प्रभारी देवेंद्र यादव भी मौजूद रहे। कंग (जगमोहन कांग) का खरड़ विधानसभा क्षेत्र में अच्छा प्रभाव है। भले ही ‘आप’ ने उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं सौंपी।
जगमोहन कंग का राजनीतिक करियर
खरड़ से पूर्व विधायक जगमोहन कंग कांग्रेस में लौट आए हैं। 2022 चुनाव से पहले वह कांग्रेस से नाराज हो गए और AAP में शामिल हो गए। कंग मोरिंडा और खरड़ से विधायक रह चुके हैं। कंग 2002 में अमरिंदर सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। गौरतलब है कि 2022 में जब विधानसभा चुनाव हुए थे तो कांग्रेस पार्टी ने खरड़ से जगमोहन कंग का टिकट काट दिया था।
इसके अलावा रोपड़ स्थित शराब कारोबारी विजय शर्मा टिंकू को खरड़ से उम्मीदवार बनाया गया है। उस समय कंग ने आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने हाईकमान को गुमराह किया और उनका टिकट रद्द करवा दिया क्योंकि वह उनसे वरिष्ठ थे।