बटाला: जिले के निकटवर्ती गांव भरथवाल के सरपंच का शव पांचवें दिन भोमा-वडाला नहर में मिला। सरपंच के साथ 2 अन्य लोग नहर में डूब गए। अन्य 2 लोगों के शव पहले ही बरामद हो गए थे, जबकि सरपंच का शव 5 दिन बाद मिला है।
इस संबंध में देर शाम जानकारी देते हुए घनिया-के-बांगर थाने के एसएचओ सुखविंदर सिंह ने बताया कि 5 दिन पहले बटाला के निकटवर्ती गांव भरथवाल के सरपंच रणबीर सिंह पुत्र अजीत सिंह लाहौर ब्रांच नहर में नहा रहे थे और पानी के तेज बहाव के कारण बह गए थे। उन्हें बचाने के लिए नहर के किनारे खड़े उनके दो साथी मक्खन सिंह पुत्र सरवन सिंह और करतार सिंह पुत्र बचन सिंह नहर में कूद गए, लेकिन दुर्भाग्य से वे भी नहर में बह गए।
एसएचओ ने बताया कि पुलिस पार्टी ने लोगों और गोताखोरों की मदद से मक्खन सिंह और करतार सिंह के शव बड़ी मुश्किल से बरामद किए, लेकिन उक्त सरपंच रणबीर सिंह के शव का कुछ पता नहीं चल सका। शव बरामद करने के लिए पुलिस ने नहर का पानी बंद करवाकर सर्च ऑपरेशन चलाया। एसएचओ सुखविंदर सिंह ने बताया कि इतना कुछ होने के बावजूद उन्होंने सरपंच के शव को खोजने के लिए दिन-रात सर्च ऑपरेशन जारी रखा। एसडीआरएफ की गोताखोरों की टीम की मदद से पुलिस ने मजीठा जिले की भोमा-वडाला नहर से सरपंच रणबीर सिंह भरथवाल का शव बरामद कर लिया है।