आम आदमी पार्टी लगातार मोहल्ला क्लिनिकों को लेकर जमकर प्रचार-प्रसार में जुटी है. दिल्ली से लेकर पंजाब तक आम आदमी पार्टी की सरकार मोहल्ला क्लिनिकों का डंका पीटती आई है. लेकिन इस बीच इन्हीं मोहल्ला क्लिनिकों को लेकर पंजाब की आप सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. दरअसल मान सरकार ने पंजाब के स्वास्थ्य सचिव अजॉय शर्मा का विभाग से तबादला कर दिया है. विपक्षी दलों ने दावा किया कि मोहल्ला क्लीनिकों के प्रचार पर 30 करोड़ रुपये खर्च करने पर आपत्ति जताना उनपर काफी भारी पड़ गया है. विरोध के बाद आईएएस अधिकारी को विभाग से हटा दिया गया है. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग से शर्मा का तबादला अगले सप्ताह और अधिक ‘आम आदमी क्लीनिक’ शुरू किए जाने से पहले हुआ है.
शर्मा स्वास्थ्य सचिव के साथ-साथ वित्तीय आयुक्त (कराधान) का पद भी संभाल रहे थे. अधिकारियों ने कहा कि उनका इन दोनों विभागों से तबादला कर दिया गया है. हालांकि, पंजाब के मुख्य सचिव वी के जंजुआ ने इसे नियमित तबादला करार दिया. अधिकारियों के मुताबिक, वीके मीणा को स्वास्थ्य विभाग का प्रभार दिया गया है, जबकि विकास प्रताप नए वित्तीय आयुक्त (कराधान) हैं. इस बीच, कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने दावा किया कि शर्मा का तबादला इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने ‘आम आदमी’ क्लीनिक के प्रचार के लिए 30 करोड़ रुपये मंजूर करने से इनकार कर दिया था.
पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने की तबादले की आलोचना
जानकारी के मुताबिक शर्मा पिछले स्वतंत्रता दिवस से पहले स्थापित किए गए 75 मोहल्ला क्लीनिकों के अधिकारी थे लेकिन अब उनका विभाग से तबादला कर दिया गया है. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी आईएएस अधिकारी के तबादले को लेकर आप नीत सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मोहल्ला क्लीनिकों के प्रचार पर 30 करोड़ रुपये खर्च करने पर आपत्ति जताने के लिए उन्हें बाहर कर दिया गया. शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी आप सरकार पर निशाना साधा.