चैत्र कृष्ण पक्ष एकादशी, अनला संवत्सर विक्रम संवत 2080, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), फाल्गुन | एकादशी तिथि 11:14 AM तक उपरांत द्वादशी | नक्षत्र श्रवण 12:29 AM तक उपरांत धनिष्ठा | शिव योग 11:53 PM तक, उसके बाद सिद्ध योग | करण बालव 11:14 AM तक, बाद कौलव 09:42 PM तक, बाद तैतिल |
मार्च 18 को राहु 09:36 AM से 11:05 AM तक है। चन्द्रमा मकर राशि पर संचार करेगा।
विक्रम संवत – 2080, अनला
शक सम्वत – 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत – चैत्र
अमांत – फाल्गुन
तिथि
कृष्ण पक्ष एकादशी – Mar 17 02:07 PM – Mar 18 11:14 AM
कृष्ण पक्ष द्वादशी – Mar 18 11:14 AM – Mar 19 08:07 AM
नक्षत्र
श्रवण – Mar 18 02:46 AM – Mar 19 12:29 AM
धनिष्ठा – Mar 19 12:29 AM – Mar 19 10:04 PM
करण
बालव – Mar 18 12:43 AM – Mar 18 11:14 AM
कौलव – Mar 18 11:14 AM – Mar 18 09:42 PM
तैतिल – Mar 18 09:42 PM – Mar 19 08:07 AM
योग
शिव – Mar 18 03:33 AM – Mar 18 11:53 PM
सिद्ध – Mar 18 11:53 PM – Mar 19 08:06 PM
वार
शनिवार
त्यौहार और व्रत
पापमोचनी एकादशी
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:37 AM
सूर्यास्त – 6:33 PM
चन्द्रोदय – Mar 18 4:05 AM
चन्द्रास्त – Mar 18 3:06 PM
अशुभ काल
राहू – 9:36 AM – 11:05 AM
यम गण्ड – 2:04 PM – 3:34 PM
कुलिक – 6:37 AM – 8:06 AM
दुर्मुहूर्त – 08:12 AM – 09:00 AM
वर्ज्यम् – 04:05 AM – 05:31 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – 12:11 PM – 12:58 PM
अमृत काल – 03:04 PM – 04:31 PM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:01 AM – 05:49 AM
आनन्दादि योग
सुस्थिर Upto – 12:29 AM
वर्धमान
सूर्या राशि
सूर्य मीन राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा मकर राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत – फाल्गुन
पूर्णिमांत – चैत्र
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – फाल्गुन 27, 1944
वैदिक ऋतु – शिशिर
द्रिक ऋतु – वसंत