बठिंडा: एक तांत्रिक द्वारा मासूम बच्चों की बलि देने के मामले में बठिंडा के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश तांत्रिक और दो महिलाओं समेत उसके 6 साथियों को आजीवन कारावास की सजा और 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। मासूम बच्चों का केस लड़ रहे वकील ने कहा कि हम इस उम्रकैद की सजा को आगे हाईकोर्ट में चुनौती देंगे और सभी को फांसी देने की मांग करेंगे। वहीं गांव कोट फट्टा की संघर्ष समिति की ओर से मासूम बच्चों को न्याय दिलाने के लिए पिछले 6 साल से केस लड़ा जा रहा था। जिसका फ़ैसला अज्ज आया जिसमे तांत्रिक समेत छह लोगों जिसमे दो महिलाओं को आजीवन कारावास की सजा और 10 हजार का जुर्माना लगाया गया। इन आरोपियों को सज़ा मिलने पर न्याय समिति में खुशी की लहर है उन्होंने कहा कि उन बच्चों को आज इंसाफ़ मिला है।