आर्थिक तंगी से परेशान एक फेरीवाले ने अपनी पत्नी और 2 मासूम बच्चियों के साथ दोपहर को समाना भाखड़ा नहर में कूदकर जान देने की कोशिश की।उसकी पत्नी और 8 महीने की बेटी तेज बहाव में बह गईं पानी का बहाव। शख्स और उसकी बेटी की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल रेफर कर दिया। इस हादसे में कैलो देवी (28) और उनकी बेटी जैकलीन (7 महीने) भाखड़ा नहर में डूब गईं। पानी का बहाव तेज होने के कारण चरण राम (30) और उसकी 5 वर्षीय बेटी चमेली को राहगीरों ने पानी में फेंक दिया। डूबने से बचाया और अस्पताल में इलाज कराया। चरण राम ने बताया कि वह ट्रक बॉडी का काम करता है वर्कशॉप और इस काम से उनके परिवार का खर्च नहीं चलता है, जिसके चलते उन्होंने 1,20,000 रुपये का कर्ज लिया है लेकिन फिर भी घर पर हैं। स्थिति में सुधार नहीं हुआ, लगभग 15000 रुपये का बिजली बिल अभी भी बकाया है। कहा, जिससे मैं और मेरी पत्नी परेशान रहने लगे, इसी परेशानी के चलते हमने अपने बच्चों समेत आत्महत्या करने की योजना बनाई और हम सभी भाखड़ा नहर में कूद गए।मृतक चरणा राम ने यह भी बताया कि उसे भी 5 साल की सजा हुई है। -बूढ़े बेटे को चरणा राम ने अपने पिता के पास घर छोड़ दिया था। सिविल अस्पताल के डॉक्टर दीपक मौगा ने बताया कि चरणा राम की हालत खतरे से बाहर है लेकिन उनकी बेटी जैसमीन की हालत ठीक नहीं है, जिसके चलते उसे तुरंत ही पटियाला रेफर कर दिया गया है। इस घटना की सूचना थाना सदर समाना के पुलिस अधिकारियों को दी गई तो वे सिविल अस्पताल समाना पहुंचे।