पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है | ज्योतिष शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है |
- विक्रम संवत – 2080, अनला
- शक सम्वत – 1945, शोभकृत
- पूर्णिमांत – आश्विन
- अमांत – भाद्रपद
तिथि
- कृष्ण पक्ष सप्तमी – Oct 05 05:41 AM – Oct 06 06:35 AM
- कृष्ण पक्ष अष्टमी – Oct 06 06:35 AM – Oct 07 08:08 AM
नक्षत्र
- आद्रा – Oct 05 07:40 PM – Oct 06 09:31 PM
- पुनर्वसु – Oct 06 09:31 PM – Oct 07 11:56 PM